Ira Web Patrika
इरा मासिक वेब पत्रिका पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। फ़रवरी 2025 के प्रेम विशेषांक पर आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी।
डॉ. निर्मल प्रवाल की कविताएँ

फ़रिश्ते कभी पर लगाकर
आसमान से नहीं उतरते
वो छिपे रहते हैं आस-पास ही
वो जानते हैं
कब प्रकट होना है
कब रहना है अदृश्य

मनराज मीणा की कविताएँ

युवा कवि मनराज मीणा की कविताएँ प्रेम की बड़ी सुंदर व्याख्या करती हैं। प्रेम की विराट दृष्टि इन्हें समस्त सृष्टि से जोड़ती हुई प्रतीत होती है। समाज और उससे जुड़े सरोकार भी इनकी कविताओं में बिना किसी प्रयास के सम्मिलित होते हैं। कम अवस्था में मनराज की कविताओं की परिपक्वता ध्यान आकृष्ट करती हैं।

जतिन्द्र औलख की कविताएँ

जतिन्द्र औलख का जन्म पंजाब में जिला अमूर्तसर के पाकिस्तान की सरहद के पास बसे गाँव कोहाली में हुआ। आप मेघला नाम की साहित्यिक पत्रिका का प्रकाशन करते रहे हैं, जो पंजाबी में प्रतिनिधि पत्रिका के रूप में मान्य रही है। अमेरिका के शहर न्यूयॉर्क शहर से प्रकाशित हो रहे अखबार राइटर वीकली में जतिन्द्र औलख कवियों और कविता के बारे में सप्ताहिक कॉलम लिख रहे हैं, जो विश्व के अलग-अलग देशों में पढ़ा व सराहा जाता है। जतिन्द्र औलख पंजाबी कविता में अपनी पहचान रखते हैं और हिंदी में इन्होंने हाल ही में कविता लिखनी शुरू की है।

संदीप तोमर की कविताएंँ

मैं खिड़की से देखता हूँ
अपने पिता को
वह पिता, जिसने
अपना पसीना बहा
सींचा है मुझे
और बनाया है
एक कमज़ोर पौधे से
मज़बूत विशाल दरख़्त,