Ira Web Patrika
इरा मासिक वेब पत्रिका पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। फ़रवरी 2025 के प्रेम विशेषांक पर आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी।
डॉ० नीता सुशील अग्रवाल के छन्द

 
संसद मंदिर में दिखे, लोकतंत्र प्रत्यक्ष।
राजनीति की ओट में, कटुता पक्ष विपक्ष।

प्रियंका दुबे 'प्रबोधिनी' के छन्द

सरस्वती, सुभाषिनी विराजती सदा सुकंठ,
प्रार्थना करूं स्वरा स्वकंठ में समाइए।

डॉ० प्रीति अग्रवाल के दोहे

 
बालक मूरत प्रेम की, कोमल इनका भाव। 
झूठ-कपट जाने नहीं, सीधा मृदुल स्वभाव ।।

गीता गुप्ता 'मन' के सरोज सवैया छन्द


चंपई कत्थई बैंगनी मोगरी, लाल पीले गुलाबी हरे रंग होली में।
है अबीरों भरी प्रात की सुष्मिता शाम के रंग है दंग होली में।