Ira Web Patrika
इरा मासिक वेब पत्रिका पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। फ़रवरी 2025 के प्रेम विशेषांक पर आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी।
मनोज शुक्ल 'मनुज' के छन्द

त्याग की है नींव प्रेम,ज्ञान से भी श्रेष्ठ प्रेम,
प्रेम बांधता है देव, दनुज को नर को।
वासना से मुक्त प्रेम,जीव की है शक्ति प्रेम,
प्रेम दूर करता है, मन के भी डर को।

डॉ० नीता सुशील अग्रवाल के छन्द

 
संसद मंदिर में दिखे, लोकतंत्र प्रत्यक्ष।
राजनीति की ओट में, कटुता पक्ष विपक्ष।

प्रियंका दुबे 'प्रबोधिनी' के छन्द

सरस्वती, सुभाषिनी विराजती सदा सुकंठ,
प्रार्थना करूं स्वरा स्वकंठ में समाइए।

डॉ० प्रीति अग्रवाल के दोहे

 
बालक मूरत प्रेम की, कोमल इनका भाव। 
झूठ-कपट जाने नहीं, सीधा मृदुल स्वभाव ।।