Ira Web Patrika
इरा मासिक वेब पत्रिका पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। फ़रवरी 2025 के प्रेम विशेषांक पर आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी।
संदीप तोमर की लघुकथाएँ

बची हुई सिगरेट में सुट्टा खींच वह गैस को मंदा कर दूसरे कमरे की ओर बढ़ा। मोबाइल स्पीकर पर स्वर उभरा,“दीपक! जानते हो मैं हमेशा ऐसे प्रेमी की कामना करती थी जो सिगरेट, शराब, माँस-मछ्ली सबसे दूर हो, तुम कितने अच्छे हो, जो आज के जमाने में इन सबसे दूर हो।”

प्रेरणा गुप्ता की लघुकथाएँ

“फूल-पत्ते, हवा, बादल और नदियाँ वगैरह तो प्रकृति के नियमों से बँधकर बिना किसी शर्त के हर किसी से प्रेम करने को बाध्य हैं; लेकिन इंसान, बौद्धिक स्तर ऊँचा होते हुए भी वह इच्छाओं के वशीभूत, प्रेम का व्यापार करने में लग पड़ा है।” विक्रम ने कहा।

तबस्सुम जहां की लघुकथाएँ

सोचते ही लक्ष्मी की आँखों में ठेकेदार के लिए घृणा उतर आई। पर उसे संतोष था। बच्चों और अपाहिज पति के पेट भरने का संतोष।

सीमा सिंह की लघुकथाएँ

चाय की ट्रे हाथ में लिए आती उपासना ने अपने सास-ससुर की बातचीत अनजाने में सुन ली थी। “माँ, आपको मेरा इस घर में रहना अधिक कष्ट देता है या मेरे कपड़े?”