Ira Web Patrika
इरा मासिक वेब पत्रिका पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। फ़रवरी 2025 के प्रेम विशेषांक पर आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी।
विकलांग विमर्श को नए आयाम देता उपन्यास : एक अपाहिज की डायरी- सरिता खोवाला

कथा-नायक सुदीप पोलियो ग्रस्त है। पोलियो ग्रस्त बच्चे का जीवन बहुत ही कष्टकारी होता है। बच्चा क्या, किसी भी अपाहिज व्यक्ति के लिए जीवन जीना आसान नहीं होता। कहानी के नायक सुदीप ने परिवार के सहयोग और अपने आत्मबल पर ख़ुद को काबिल बनाया।

घुप्प अँधेरे में जुगनू-सी कविताओं का संग्रह- के० पी० अनमोल

संग्रह की कुल 84 कविताओं में दो-एक लंबी कविताओं को छोड़, बाक़ी छोटी-छोटी कविताएँ हैं। अपने समय के ज़रूरी विषयों पर विमर्श करती इन कविताओं का कथ्य विविधता भरा एवं समसामयिक है। इस पूरे संग्रह में हमें जगह-जगह व्यंग्य नज़र आता है, जो इस पुस्तक का मूल स्वर नहीं तो मुख्य बिंदु तो कहा ही जा सकता है।

आपदाओं व आशंकाओं से आगाह करता उपन्यास : पानी-पानी- कुलदीप सिंह भाटी

मेरी नज़र में यह उपन्यास एक आँख से गिरते भू-जल स्तर और दूसरी आँख से हमारे गिरते मानवीय गुणों को देखता है। यह उपन्यास पानी के लिए होने वाले संघर्षों, बिन पानी के लोगों के दूभर जीवन की स्याह तस्वीर हमारे समक्ष रखता है।

आधुनिक संस्कृत समीक्षा का नया स्वर- डॉ० कौशल तिवारी

प्रस्तुत ग्रन्थ में अर्वाचीन संस्कृत साहित्य पर समय-समय पर डॉ० अरुण कुमार निषाद द्वारा लिखित 25 आलेखों का संकलन करके एक साथ प्रकाशित करवाया जा रहा है, जो निश्चित ही प्रशंसनीय है।