Ira Web Patrika
इरा मासिक वेब पत्रिका पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। फ़रवरी 2025 के प्रेम विशेषांक पर आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी।
अल्का शरर के माहिए

ऐसे न शिकायत कर
आँखों में लिखी जो
तहरीर पढ़ा भी कर।
 

ममता किरण के माहिए

दिखती है अब खाई
लोग थे जब अनपढ़
रिश्तों में न थी काई।

अल्का 'शरर' के माहिए

ग़मगीं या शाद रहो
ऐसे जीना तुम
दुनिया को याद रहो।
 

सुषमा भंडारी के माहिए

ये गृहस्थ तपोवन है
खुश हो नारी तो
हर आंगन उपवन है