Ira Web Patrika
जुलाई 2025 अंक पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। आपकी अमूल्य प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा रहेगी।
डिमेन्शिया (Dementia)- डॉ०दीप्ति तिवारी

डिमेंशिया या मनोभ्रंश एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति दैनिक जीवन की छोटी-छोटी बातों को भूलने लगता है, सामाजिक तौर-तरीक़े भूलने लगता है, उसकी सोचने-समझने की शक्ति कम होने लगती है तथा वह भावनात्मक रूप से भी कमज़ोर होता जाता है। यह अपने आप में कोई बीमारी नहीं है बल्कि उम्र के साथ मस्तिष्क के अंदर होने वाले कई प्रकार के बदलावों का लक्षण है।

वैक्सीन की कहानी की अंतिम कड़ी- डॉ० ज्योत्सना मिश्रा

आगे की कहानी खूबसूरत ग्वालिन सारा नेल्म्स की हो सकती थी जिसे प्यार से लूसी भी कहा जाता था आखिर बात उसके खूबसूरत हाथों पर पड़े छालों से शुरू हुई थी। कहानी जेम्स फ़िप्स की भी है ,आठ साल का माली का बेटा जेम्स जो उस दिन शायद मिठाई के लालच में वहाँ पहुँचा होगा। वैसे कहानी तो ब्लॉसम नाम की बड़ी बड़ी आँखों वाली गाय की भी है आखिर उसी का दूध निकालते सारा के हाथों में काऊ पॉक्स के छाले पड़े और सारा को इलाज के लिए डॉ० जेनर के पास जाना पड़ा ।

टी.बी. संक्रमण के सामाजिक व मानसिक पहलू- डॉ० दीप्ति तिवारी

टी.बी. संक्रमण को लेकर लगभग हर व्यक्ति के मन में कुछ न कुछ डर व असहजता है और टी.बी. के संक्रमित व्यक्ति और उसके परिवारजनों के मन में कुछ सवाल अवश्य होते हैं जिनका सही जवाब उन्हें मिलना आवश्यक होता है अन्यथा उनके मन में उलझन और चिंता बनी रहती है।

वैक्सीन की कहानी की दूसरी कड़ी- डॉ० ज्योत्सना मिश्रा

1766 में जार्ज वाशिंगटन की सेना अंग्रेजी सेना से हार गयी कारण चेचक फैलने से अमरीकी ट्रूप्स बीमार हो कर सिकुड़ गये। सभी इंग्लिश सिपाही वैरियोनेटेड थे। ये सबक था जार्ज वाशिंगटन के लिये जिन्होंने अगले किसी भी अभियान के पहले सभी सिपाहियों को वैरियोलेटेड कराने की क़सम खाई।