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नमिता सिंह 'आराधना' की क्षणिकाएँ

नमिता सिंह 'आराधना' की क्षणिकाएँ

 
दोनों एक दूसरे की बाहों में थे 
स्त्री प्रेम में डूबी हुई 
और पुरुष देह की गंध में। 

तुम्हारी मुहब्बत के 
पंख लगा कर 
भरनी चाही मैंने उड़ान
दूर आसमाँ में
पर उड़ न पायी
पंख कृत्रिम निकले। 


 
वह 
प्रेम सम्बन्ध 
बनाता चला गया,
एक देह के बाद 
दूसरी देह की तलाश में।


 
प्यास न आँखों को है 
न दिल को
प्यासी तो सिर्फ़ देह है 
देह मिले तो प्यास बुझे 
प्यास बुझी तो 
बुझे सम्बन्ध। 


 
दोनों एक दूसरे की बाहों में थे 
स्त्री प्रेम में डूबी हुई 
और पुरुष देह की गंध में। 


 
मन के हर कोने में 
बिखरी है तुम्हारी यादें 
चाँदनी की तरह
मेरे दिल में जो चमक रहे हो तुम 
पूर्णमासी के चाँद की तरह
डरती हूँ 
कहीं अमावस न आ जाये। 


 
मीठे पानी की नदियाँ 
बेताब रहती हैं मिलने को 
खारे जल के सागर से, 
आख़िर सागर के 
खारे जल में 
कोई तो बात होगी।


 
काश कोई बाज़ार होता 
जहाँ प्रेम बिकता 
खिलखिला उठता 
मेरा भी घर।


 
अहसास यह होता है आज
प्रेम संगीत जो मैंने सुना था 
तुम्हारे आने से 
मेरे ही प्रेम की प्रतिध्वनि थी 
तुम तक तो पहुँची थी 
सिर्फ़ मेरे देह की गंध। 

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रचनाकार परिचय

नमिता सिंह 'आराधना'

ईमेल :

निवास : अहमदाबाद (गुजरात)

शिक्षा- एम.ए.( इतिहास ), एनआईआईटी से कंप्यूटर कोर्स, जामिया मिलिया इस्लामिया से उर्दू सर्टिफिकेट कोर्स 
सम्प्रति- स्वतंत्र लेखन एवं पूर्व में शिक्षण कार्य से जुड़ाव।
विधाएँ- कविता, कहानी, लघुकथा, लेख, आलेख, दोहा, हाइकु, माहिया, क्षणिका। 
प्रकाशन- एक एकल काव्य संग्रह 'जो दिल ने कहा' प्रकाशित। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सत्रह साझा काव्य एवं लघुकथा संग्रह प्रकाशित। कई राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय एवं प्रांतीय पत्र-पत्रिकाओं यथा हरिगंधा, वीणा, लघुकथा डॉट कॉम, किस्सा कोताह, अणुव्रत, प्रणाम पर्यटन, यूपी मासिक, राजस्थान पत्रिका,शब्दघोष, प्रभात खबर, अभिनव इमरोज़, हिन्दी की गूँज, संगिनी इत्यादि में रचनाएँ निरंतर प्रकाशित। 
सम्मान- हिन्दी अकादमी मुंबई द्वारा हिंदी अकादमी काव्य भूषण सम्मान से सम्मानित।
सलिला संस्था सलूंबर राजस्थान द्वारा आयोजित अखिल भारतीय बाल साहित्य लेखन प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त। अनुस्वार द्वारा आयोजित वैश्विक लघुकथा प्रतियोगिता में शीर्ष तेरह में स्थान। 
कथा दर्पण द्वारा आयोजित अखिल भारतीय लघुकथा प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त। एक अन्य बार सांत्वना पुरस्कार प्राप्त। हरियाणा प्रादेशिक लघुकथा केंद्र, सिरसा द्वारा आयोजित अखिल भारतीय लघुकथा प्रतियोगिता में लघुकथा  पुरस्कृत 
कई अन्य प्रतियोगिताओं में विजेता।साहित्यांजलि प्रभा द्वारा मेरी पुस्तक 'जो दिल ने कहा' को "महादेवी वर्मा स्मृति साहित्य सम्मान" प्राप्त
साहित्य गौरव सम्मान ,साहित्य श्री सम्मान, काव्य मंजूषा सम्मान एवं कई अन्य संस्थाओं द्वारा अनेकों सम्मान पत्र प्राप्त ।
सम्पर्क-
B- 401 सानिध्य रॉयल 
100 फीट त्रागड़ रोड 
न्यू चाँदखेड़ा, अहमदाबाद (गुजरात) 
पिन कोड- 382470 
मोबाइल- 9724756948