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इरा मासिक वेब पत्रिका पर आपका हार्दिक अभिनन्दन है। फ़रवरी 2025 के प्रेम विशेषांक पर आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी।

नए वर्ष और नए संकल्प- अलका मिश्रा

नए वर्ष और नए संकल्प- अलका मिश्रा

सर्वप्रथम, आप सभी साहित्यानुरागियों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ!
यह हमारे लिए गर्व और प्रसन्नता का विषय है कि अनेक चुनौतियों के बावजूद हमने इस पत्रिका के प्रकाशन का पहला वर्ष सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इसके लिए मैं अपनी पूरी टीम को बधाई देती हूँ। यह सफलता हमारे रचनाकारों के सहयोग और पाठकों के उत्साह के बिना संभव नहीं थी। मैं आप सभी की हृदय से आभारी हूँ।

सर्वप्रथम, आप सभी साहित्यानुरागियों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ!
यह हमारे लिए गर्व और प्रसन्नता का विषय है कि अनेक चुनौतियों के बावजूद हमने इस पत्रिका के प्रकाशन का पहला वर्ष सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इसके लिए मैं अपनी पूरी टीम को बधाई देती हूँ। यह सफलता हमारे रचनाकारों के सहयोग और पाठकों के उत्साह के बिना संभव नहीं थी। मैं आप सभी की हृदय से आभारी हूँ।

जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूँ, तो पत्रिका का भविष्य उज्ज्वल प्रतीत होता है। विषम परिस्थितियों के बावजूद, हमने पिछले वर्ष में पत्रिका के दस अंक प्रकाशित किए, जो मेरे लिए बेहद संतोषजनक है। मैं एक बार फिर आप सभी के सहयोग के लिए हृदय से धन्यवाद करती हूँ।

नया वर्ष अपनी नई उम्मीदों और ऊर्जा के साथ हमारे सामने खड़ा है। बीते वर्ष की उपलब्धियाँ और असफलताएँ अब अतीत का हिस्सा बन चुकी हैं, और एक सुनहरा भविष्य हमारा इंतजार कर रहा है। बहुत से लोग इस अवसर पर नए संकल्प लेते हैं और उन पर काम करना शुरू भी कर देते हैं। हालांकि, यह देखना महत्वपूर्ण है कि ये संकल्प कितने समय तक टिकते हैं।

हमारे संकल्प टूटने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे अपनी क्षमता से अधिक बड़े लक्ष्य चुनना या किसी प्रभाव में आकर जल्दबाजी में निर्णय लेना। मेरे विचार से, हमें अतीत की असफलताओं या भविष्य के सपनों में उलझने के बजाय अपने वर्तमान संकल्पों का मूल्यांकन करना चाहिए। अपनी सामर्थ्य के अनुसार, इन पर पूरी निष्ठा से कार्य करते रहना ही हमें सफलता और मानसिक शांति प्रदान करेगा।

मैंने भी इन्हीं विचारों को अपने जीवन में अपनाने का प्रयास किया है। मेरा उद्देश्य है कि कोई नया कार्य शुरू करने से पहले अधूरे कार्यों को पूरा करूँ। इसके लिए मुझे स्वस्थ और खुश रहना आवश्यक है। और यह तभी संभव है जब मैं स्वयं से प्रेम करूँ, क्योंकि हम जिससे प्रेम करते हैं, उसका पूरा ध्यान रखते हैं। जब हम स्वयं का ख्याल रखते हैं, तो हमारा मन और शरीर दोनों स्वस्थ रहते हैं, और हम अपने लक्ष्य पर बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।

इसके साथ ही, हमें जो कुछ भी परिवार, समाज और भाग्य से मिला है, उसके प्रति कृतज्ञता का भाव रखना चाहिए। प्रतिदिन ईश्वर का धन्यवाद ज्ञापित करना न केवल हमारे भीतर संतोष का भाव जागृत करता है, बल्कि हमें झूठे अहंकार से भी बचाता है। यह कृतज्ञता का भाव हमें सादगी और विनम्रता का मार्ग दिखाता है, जो हमारे जीवन को संतुलित और सुखद बनाता है।

अतः मेरी आप सभी से यही प्रार्थना है कि पहले अपने स्वास्थ्य और खुशी का ध्यान रखें। जब हम स्वयं स्वस्थ और प्रसन्न रहेंगे, तो हमारा वातावरण भी सकारात्मक रहेगा।

अंत में, मैं ईश्वर से कामना करती हूँ कि यह नया वर्ष आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आए। आप सभी स्वस्थ और मस्त रहें!

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1 Total Review

वसंत जमशेदपुरी

16 January 2025

सकारात्मक सोच को संबल प्रदान करता सराहनीय संपादकीय,द्वितीय वर्ष में प्रवेश की हार्दिक शुभकामनायें

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रचनाकार परिचय

अलका मिश्रा

ईमेल : alkaarjit27@gmail.com

निवास : कानपुर (उत्तर प्रदेश)

जन्मतिथि-27 जुलाई 1970 
जन्मस्थान-कानपुर (उ० प्र०)
शिक्षा- एम० ए०, एम० फिल० (मनोविज्ञान) तथा विशेष शिक्षा में डिप्लोमा।
सम्प्रति- प्रकाशक ( इरा पब्लिशर्स), काउंसलर एवं कंसलटेंट (संकल्प स्पेशल स्कूल), स्वतंत्र लेखन तथा समाज सेवा
विशेष- सचिव, ख़्वाहिश फ़ाउण्डेशन 
लेखन विधा- ग़ज़ल, नज़्म, गीत, दोहा, क्षणिका, आलेख 
प्रकाशन- बला है इश्क़ (ग़ज़ल संग्रह) प्रकाशित
101 महिला ग़ज़लकार, हाइकू व्योम (समवेत संकलन), 'बिन्दु में सिन्धु' (समवेत क्षणिका संकलन), आधुनिक दोहे, कानपुर के कवि (समवेत संकलन) के अलावा देश भर की विभिन्न साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं यथा- अभिनव प्रयास, अनन्तिम, गीत गुंजन, अर्बाबे कलाम, इमकान आदि में रचनाएँ प्रकाशित।
रेख़्ता, कविता कोष के अलावा अन्य कई प्रतिष्ठित वेब पत्रिकाओं हस्ताक्षर, पुरवाई, अनुभूति आदि में रचनाएँ प्रकाशित।
सम्पादन- हिज्र-ओ-विसाल (साझा शेरी मजमुआ), इरा मासिक वेब पत्रिका 
प्रसारण/काव्य-पाठ- डी डी उत्तर प्रदेश, के टी वी, न्यूज 18 आदि टी वी चैनलों पर काव्य-पाठ। रेखता सहित देश के प्रतिष्ठित काव्य मंचों पर काव्य-पाठ। 
सम्मान-
साहित्य संगम (साहित्यिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक) संस्था तिरोड़ी, बालाघाट मध्य प्रदेश द्वारा साहित्य शशि सम्मान, 2014 
विकासिका (साहित्यिक सामजिक एवं सांस्कृतिक) संस्था कानपुर द्वारा ग़ज़ल को सम्मान, 2014
संत रविदास सेवा समिति, अर्मापुर एस्टेट द्वारा संत रवि दास रत्न, 2015
अजय कपूर फैंस एसोसिएशन द्वारा कविवर सुमन दुबे 2015
काव्यायन साहित्यिक संस्था द्वारा सम्मानित, 2015
तेजस्विनी सम्मान, आगमन साहित्य संस्था, दिल्ली, 2015
अदब की महफ़िल द्वारा महिला दिवस पर सम्मानित, इंदौर, 2018, 2019 एवं 2020
उड़ान साहित्यिक संस्था द्वारा 2018, 2019, 2021 एवं 2023 में सम्मानित
संपर्क- एच-2/39, कृष्णापुरम
कानपुर-208007 (उत्तर प्रदेश) 
 
मोबाइल- 8574722458